बालों के झड़ने के मुख्य कारण और उपाय (Hair loss reasons and remedies):
बालों का झड़ना आजकल युवाओ में बहुत ही आम है. और ये तेजी से बढ़ रही है। कम उम्र में बालों का झड़ना काफी चिंता का विषय है।
बालों के झड़ने के मुख्य कारण :
भोजन : शरीर के विभिन्न अंगो कि तरह बालो को भी काले और घने रहने के लिए सभी विटामिन्स, मिनरल्स, और प्रोटीन आदि कि जरुरत होती है। समतोल और पौष्टिक आहार न लेने पर Hair loss होना तय है।
अनुवांशिक / Genetic : बालो का असमय झड़ने का मुख्य कारण है अनुवांशिकता। अकसर देखा गया है कि बालो का असमय झड़ना एक परिवार में चल रही रीती रिवाज के समान है। किसी परिवार में दादा - बाप - बेटा सभी में समान hair loss होता है, जिसे male patterned baldness भी कहते है। किसी विशेष जीन (GENE) कि वजह से एक परिवार में सभी लोगो में यह समस्या समान होती है।
दिनचर्या : बालो कि ठीक से देखभाल न करना, लम्बे समय तक धुप और धूल-मिटटी वाली जगह पर रहना, अत्याधिक तनाव, अधूरी नींद और दौड़भाग वाली जिंदगी जैसे कारणो से Hair loss होता है। बार-बार कंगी करना, अलग-अलग रंग या chemical लगाना, कई तरह के तैल और shampoo का उपयोग करते रहना इत्यादि कारणो से भी hair loss अधिक होता है।
हार्मोनल इम्बैलेंस : शरीर में अचानक होनेवाले शारीरिक रसायन या हॉर्मोन्स के असामान्य बदलाव के कारण hair loss का प्रमाण बढ़ सकता है। महिलाओ में थाइरोइड हॉर्मोन कि कमी जिसे हाइपोथायरायडिज्म कहते है कि वजह से Hair loss होता है। महिलाओ में थकावट, बिना कारण वजन बढ़ना, उदासी, कमजोरी और त्वचा शुष्क होना जैसे लक्षण दिखाई देने पर हाइपोथायरायडिज्म के निदान हेतु डॉक्टर कि सलाह अनुसार खून की जाँच ( Thyroid Profile ) करा लेना चाहिए। खून कि कमी (Anemia), डैंड्रफ, कीमोथेरेपी और ऑटो इम्यून डिसऑर्डर इन कारणो से Hair loss अधिक होता है।
टेलोगेन एफ्फ्लूवियम : टेलोगेन एफ्फ्लूवियम एक प्रकार की समस्या है जिसमे काफी जल्दी और ज्यादा प्रमाण में hair loss होता है। यह समस्या गर्भावस्था के बाद, किसी बड़े operation के बाद, ज्यादा तनाव, अधिक वजन कम करने या अधिक श्रम करने जैसे कारणो के बाद हो सकती है। यह किसी दर्दनाशक या तनाव कम करनेवाली जैसी दवा का side-effect भी हो सकता है।
रोकने के उपाय :
बालो का असमय झड़ना रोकने के लिए पहले आप पता करे किन ऊपर दिए गए कारणो में से किस कारण आपके बाल अधिक झड़ रहे है। जब तक मूल कारण का उपचार न किया जाए Hair loss रोकना कठिन कार्य है। Hair loss होने के मूल कारण का उपचार करने के साथ निचे दिए गए अन्य उपाय का उपयोग कर आप Hair loss का रोकथाम कर सकते है।
आपको अपने आहार में सब्जिया, सलाद, अंकुरित अन्न, मौसमी फल, और High Protein Diet लेना चाहिए। आपको अननस, आवला, गाजर, Oats, पालक, टमाटर, चना, प्याज, अदरक, राजमा और सोयाबीन का अधिक सेवन करना चाहिए। प्रोटीन से भरपूर चीजों का सेवन अधिक करें इससे हेयर फॉलिकल्स मजबूत होते हैं। बालो के बढ़ने और मजबूत होने के लिए प्रोटीन, विटामिन A, विटामिन B काम्प्लेक्स, विटामिन C, विटामिन E, और आयरन कि विशेष आवश्यकता होती है, इसलिए आहार में ऐसे अन्न का समावेश होना जरुरी है जिनमे इन सभी आहार पदार्थो कि प्रचुर मात्रा हो।
अगर आपको थकावट, बिना कारण वजन बढ़ना, उदासी, कमजोरी और त्वचा शुष्क होना जैसे लक्षण दिखाई देते है तो Hypothyroidism के निदान हेतु डॉक्टर कि सलाह अनुसार Blood test ( Thyroid Profile ) करा लेना चाहिए।
महिलाओ में विशेष कर hair fall का प्रमुख कारण हाइपोथायरायडिज्म ही है। अगर आप डैंड्रफ कि समस्या से परेशान है तो डॉक्टर से इसका इलाज करवाए। आप Dandruff से छुटकारा पाने के लिए अपने डॉक्टर कि सलाह अनुसार केटोकोनाज़ोले युक्त shampoo का उपयोग हफ्ते में दो बार कर सकते है।
Pregnancy के बाद देखा जाता है कि कई महिलाओ में अधिक Hair loss होता है। इसकी खास वजह है Iron, Calcium, Protein कि कमी। Pregnancy के दौरान, ब्रैस्ट फीडिंग करते समय और उसके 3 महीने बाद तक Iron, Calcium, Protein प्रचुर मात्रा में लेना चाहिए। Typhoid के संक्रमण के बाद भी अधिक Hair loss होता है। इसमें भी संतुलित आहार और पोषण जरुरी है।
Hair growth के लिए हाई प्रोटीन डाइट लेना बेहद जरुरी है। भारतीय आहार में प्रोटीन कि मात्रा कम होती है। प्रचुर मात्रा में protein लेने के लिए सुबह नाश्ते में अंकुरित अन्न, मुंग, flax seeds, दूध, सोयाबीन लेना चाहिए। भारतीय खाने में दाल का समावेश हमेशा रहता है पर दाल को पतला बनाने कि जगह दाल गाढ़ी बनानी चाहिए। Snacks में fast food कि जगह पर भुने हुए मूंगफली या चना लेना चाहिए। रोटी बनाने के लिए गेहू के आटे में 1/4 हिस्सा सोयाबीन का आटा मिलाकर रोटी बनाना चाहिए।
जो व्यक्ति ऑटो इम्यून डिसऑर्डर से ग्रस्त होने कि वजह से Hair Fall से परेशान है उन्हें दिन में दो बार 1 चमच्च अश्वगंधा चूर्ण शहद के साथ लेना चाहिए।
अगर आपको Male Patterned Baldness कि समस्या है तो आप अपने डॉक्टर कि सलाह लेकर Minoxidil (1-10%) युक्त तेल का उपयोग कर सकते है। इसकी 1 ml मात्रा सुबह और रात में जहा बाल कम हो वह लगाए। ह्रदय और किडनी रोग के रोगी इसका इस्तेमाल न करे।
कई दवा के कारण भी hair fall अधिक होता है जैसे कि दर्दनाशक या तनाव कम करने वाली दवा। अगर आपको कोई दवा लेने के बाद अधिक hair fall कि समस्या होती है तो अपने डॉक्टर को इसकी जानकारी दे।
बार-बार बालों को धोने से बालों को नुकसान पहुंचता है। अधिकांश लोग अपने बालों को सुंदर व सेहतमंद दिखाने के लिए बार-बार और ज्यादा chemical वाले shampoo का उपयोग करते हैं बल्कि बालों को धोने के लिए आंवला व अरीठा पाउडर का यूज सबसे अच्छा रहता है। इसके अलावा अगर बालों को धोने के लिए कम केमिकलस वाले shampoo का यूज करें। बार-बार shampoo और conditioner न बदले। आपके बाल तैलीय हैं तो conditioner का इस्तेमाल न करें।
गीले बालो / Wet hair को कपडे से आराम से सुखाए। गीले बालो में कंगी न करे। गीले बाल नाजुक होते है और आसानी से टूट या गिर सकते है। कंगी करने के लिए मोटे दातो वाला कंगा इस्तेमाल करे। बाल सुखाने के बाद बालो कि अच्छे से मसाज करे।
नारियल तेल से मसाज करने से बालो कि जड़ो तक Blood circulation बढ़ता है और बाल बढ़ते और मजबूत होते है।
बालो पर अधिक गर्म पानी का उपयोग न करे। अधिक गर्म पानी से बाल शुष्क और नाजुक बन जाते है।स्नान करने के लिए ठन्डे या गुनगुना पानी का उपयोग करे।
कम से कम सप्ताह में एक दिन शंखपुष्पी से बना हुआ असली और शुद्ध चूर्ण थोड़े से पानी में मिलाकर बालों की जड़ों में लगाएं। इसके अलावा भृंगराज के चूर्ण में थोड़ा तिल मिलाकर खाएं। प्याज के रस बालो में लगाने से बालो का झड़ना कम होता है। इन आयुर्वेदिक उपचार से आपके बाल प्राकृतिक रूप से स्वस्थ एवं मजबूत बनेंगे।
आप बालो में शुद्ध अलोएवेरा gel से हफ्ते में दो बार मसाज भी कर सकते है। मसाज करने के बाद दो घंटे तक इसे ऐसे ही रहने दे और गुनगुने पानी से बालो को साफ़ कर दे। ऐसा करने से बालो कि growth बढती है और बाल मजबूत होते है।
शैम्पू करने से पहले बालों को ड्राय रखने से भी बाल झडऩे लगते हैं इसीलिए शैम्पू करने से पहले बालों में हल्के गर्म Olive oil या Coconut oil से मसाज करें। बालों की जड़ों में तेल की अच्छे से मसाज रात को सोने पहले ही कर लेना चाहिए। इससे न सिर्फ बालों की जड़े मजबूत होती है बल्कि बाल shine भी करने लगती है।
बार-बार बालो को अलग chemical लगाकर रंग बदलने का प्रयास न करे। हेयर स्ट्राइटनिंग करने से बचे। इनसे बालो को नुकसान पहुचता है।
ज्यादा समय तक कड़क धुप में रहने से बचे। धूल-मिटटी और बारिश के पानी से बालो का बचाव करे।
बालों का सीधा संबंध पेट से होता है। यदि पाचन तंत्र और हाजमा ठीक नहीं है तो बालों की जड़ें कमजोर होंगी लगातार कब्ज रहने से hair follicles कमजोर हो जाते है बाल टूटने व झडऩे लगते हैं। इसलिए अपने खान-पान और हाजमे को हमेशा ठीक रखें।
बालो के असमय झड़ने / Hair Loss के कारण जो युवा परेशान है वह Hair Transplant भी करा सकते है। Hair Transplant एक सरल और गंजेपन से छुटकारा पाने का permanent इलाज है।
चाय, कॉफी, पान-तंबाकू, मिर्च-मसाले आदि नशीले पदार्थों से दूर ही रहें।
नियमित व्यायाम करे। रोजाना व्यायाम करने से शरीर में रक्त प्रवाह ठीक से होता है और आप निरोगी रहते है।
बालों का झड़ना आजकल युवाओ में बहुत ही आम है. और ये तेजी से बढ़ रही है। कम उम्र में बालों का झड़ना काफी चिंता का विषय है।
बालों के झड़ने के मुख्य कारण :
भोजन : शरीर के विभिन्न अंगो कि तरह बालो को भी काले और घने रहने के लिए सभी विटामिन्स, मिनरल्स, और प्रोटीन आदि कि जरुरत होती है। समतोल और पौष्टिक आहार न लेने पर Hair loss होना तय है।
अनुवांशिक / Genetic : बालो का असमय झड़ने का मुख्य कारण है अनुवांशिकता। अकसर देखा गया है कि बालो का असमय झड़ना एक परिवार में चल रही रीती रिवाज के समान है। किसी परिवार में दादा - बाप - बेटा सभी में समान hair loss होता है, जिसे male patterned baldness भी कहते है। किसी विशेष जीन (GENE) कि वजह से एक परिवार में सभी लोगो में यह समस्या समान होती है।
दिनचर्या : बालो कि ठीक से देखभाल न करना, लम्बे समय तक धुप और धूल-मिटटी वाली जगह पर रहना, अत्याधिक तनाव, अधूरी नींद और दौड़भाग वाली जिंदगी जैसे कारणो से Hair loss होता है। बार-बार कंगी करना, अलग-अलग रंग या chemical लगाना, कई तरह के तैल और shampoo का उपयोग करते रहना इत्यादि कारणो से भी hair loss अधिक होता है।
हार्मोनल इम्बैलेंस : शरीर में अचानक होनेवाले शारीरिक रसायन या हॉर्मोन्स के असामान्य बदलाव के कारण hair loss का प्रमाण बढ़ सकता है। महिलाओ में थाइरोइड हॉर्मोन कि कमी जिसे हाइपोथायरायडिज्म कहते है कि वजह से Hair loss होता है। महिलाओ में थकावट, बिना कारण वजन बढ़ना, उदासी, कमजोरी और त्वचा शुष्क होना जैसे लक्षण दिखाई देने पर हाइपोथायरायडिज्म के निदान हेतु डॉक्टर कि सलाह अनुसार खून की जाँच ( Thyroid Profile ) करा लेना चाहिए। खून कि कमी (Anemia), डैंड्रफ, कीमोथेरेपी और ऑटो इम्यून डिसऑर्डर इन कारणो से Hair loss अधिक होता है।
टेलोगेन एफ्फ्लूवियम : टेलोगेन एफ्फ्लूवियम एक प्रकार की समस्या है जिसमे काफी जल्दी और ज्यादा प्रमाण में hair loss होता है। यह समस्या गर्भावस्था के बाद, किसी बड़े operation के बाद, ज्यादा तनाव, अधिक वजन कम करने या अधिक श्रम करने जैसे कारणो के बाद हो सकती है। यह किसी दर्दनाशक या तनाव कम करनेवाली जैसी दवा का side-effect भी हो सकता है।
रोकने के उपाय :
बालो का असमय झड़ना रोकने के लिए पहले आप पता करे किन ऊपर दिए गए कारणो में से किस कारण आपके बाल अधिक झड़ रहे है। जब तक मूल कारण का उपचार न किया जाए Hair loss रोकना कठिन कार्य है। Hair loss होने के मूल कारण का उपचार करने के साथ निचे दिए गए अन्य उपाय का उपयोग कर आप Hair loss का रोकथाम कर सकते है।
आपको अपने आहार में सब्जिया, सलाद, अंकुरित अन्न, मौसमी फल, और High Protein Diet लेना चाहिए। आपको अननस, आवला, गाजर, Oats, पालक, टमाटर, चना, प्याज, अदरक, राजमा और सोयाबीन का अधिक सेवन करना चाहिए। प्रोटीन से भरपूर चीजों का सेवन अधिक करें इससे हेयर फॉलिकल्स मजबूत होते हैं। बालो के बढ़ने और मजबूत होने के लिए प्रोटीन, विटामिन A, विटामिन B काम्प्लेक्स, विटामिन C, विटामिन E, और आयरन कि विशेष आवश्यकता होती है, इसलिए आहार में ऐसे अन्न का समावेश होना जरुरी है जिनमे इन सभी आहार पदार्थो कि प्रचुर मात्रा हो।
अगर आपको थकावट, बिना कारण वजन बढ़ना, उदासी, कमजोरी और त्वचा शुष्क होना जैसे लक्षण दिखाई देते है तो Hypothyroidism के निदान हेतु डॉक्टर कि सलाह अनुसार Blood test ( Thyroid Profile ) करा लेना चाहिए।
महिलाओ में विशेष कर hair fall का प्रमुख कारण हाइपोथायरायडिज्म ही है। अगर आप डैंड्रफ कि समस्या से परेशान है तो डॉक्टर से इसका इलाज करवाए। आप Dandruff से छुटकारा पाने के लिए अपने डॉक्टर कि सलाह अनुसार केटोकोनाज़ोले युक्त shampoo का उपयोग हफ्ते में दो बार कर सकते है।
Pregnancy के बाद देखा जाता है कि कई महिलाओ में अधिक Hair loss होता है। इसकी खास वजह है Iron, Calcium, Protein कि कमी। Pregnancy के दौरान, ब्रैस्ट फीडिंग करते समय और उसके 3 महीने बाद तक Iron, Calcium, Protein प्रचुर मात्रा में लेना चाहिए। Typhoid के संक्रमण के बाद भी अधिक Hair loss होता है। इसमें भी संतुलित आहार और पोषण जरुरी है।
Hair growth के लिए हाई प्रोटीन डाइट लेना बेहद जरुरी है। भारतीय आहार में प्रोटीन कि मात्रा कम होती है। प्रचुर मात्रा में protein लेने के लिए सुबह नाश्ते में अंकुरित अन्न, मुंग, flax seeds, दूध, सोयाबीन लेना चाहिए। भारतीय खाने में दाल का समावेश हमेशा रहता है पर दाल को पतला बनाने कि जगह दाल गाढ़ी बनानी चाहिए। Snacks में fast food कि जगह पर भुने हुए मूंगफली या चना लेना चाहिए। रोटी बनाने के लिए गेहू के आटे में 1/4 हिस्सा सोयाबीन का आटा मिलाकर रोटी बनाना चाहिए।
जो व्यक्ति ऑटो इम्यून डिसऑर्डर से ग्रस्त होने कि वजह से Hair Fall से परेशान है उन्हें दिन में दो बार 1 चमच्च अश्वगंधा चूर्ण शहद के साथ लेना चाहिए।
अगर आपको Male Patterned Baldness कि समस्या है तो आप अपने डॉक्टर कि सलाह लेकर Minoxidil (1-10%) युक्त तेल का उपयोग कर सकते है। इसकी 1 ml मात्रा सुबह और रात में जहा बाल कम हो वह लगाए। ह्रदय और किडनी रोग के रोगी इसका इस्तेमाल न करे।
कई दवा के कारण भी hair fall अधिक होता है जैसे कि दर्दनाशक या तनाव कम करने वाली दवा। अगर आपको कोई दवा लेने के बाद अधिक hair fall कि समस्या होती है तो अपने डॉक्टर को इसकी जानकारी दे।
बार-बार बालों को धोने से बालों को नुकसान पहुंचता है। अधिकांश लोग अपने बालों को सुंदर व सेहतमंद दिखाने के लिए बार-बार और ज्यादा chemical वाले shampoo का उपयोग करते हैं बल्कि बालों को धोने के लिए आंवला व अरीठा पाउडर का यूज सबसे अच्छा रहता है। इसके अलावा अगर बालों को धोने के लिए कम केमिकलस वाले shampoo का यूज करें। बार-बार shampoo और conditioner न बदले। आपके बाल तैलीय हैं तो conditioner का इस्तेमाल न करें।
गीले बालो / Wet hair को कपडे से आराम से सुखाए। गीले बालो में कंगी न करे। गीले बाल नाजुक होते है और आसानी से टूट या गिर सकते है। कंगी करने के लिए मोटे दातो वाला कंगा इस्तेमाल करे। बाल सुखाने के बाद बालो कि अच्छे से मसाज करे।
नारियल तेल से मसाज करने से बालो कि जड़ो तक Blood circulation बढ़ता है और बाल बढ़ते और मजबूत होते है।
बालो पर अधिक गर्म पानी का उपयोग न करे। अधिक गर्म पानी से बाल शुष्क और नाजुक बन जाते है।स्नान करने के लिए ठन्डे या गुनगुना पानी का उपयोग करे।
कम से कम सप्ताह में एक दिन शंखपुष्पी से बना हुआ असली और शुद्ध चूर्ण थोड़े से पानी में मिलाकर बालों की जड़ों में लगाएं। इसके अलावा भृंगराज के चूर्ण में थोड़ा तिल मिलाकर खाएं। प्याज के रस बालो में लगाने से बालो का झड़ना कम होता है। इन आयुर्वेदिक उपचार से आपके बाल प्राकृतिक रूप से स्वस्थ एवं मजबूत बनेंगे।
आप बालो में शुद्ध अलोएवेरा gel से हफ्ते में दो बार मसाज भी कर सकते है। मसाज करने के बाद दो घंटे तक इसे ऐसे ही रहने दे और गुनगुने पानी से बालो को साफ़ कर दे। ऐसा करने से बालो कि growth बढती है और बाल मजबूत होते है।
शैम्पू करने से पहले बालों को ड्राय रखने से भी बाल झडऩे लगते हैं इसीलिए शैम्पू करने से पहले बालों में हल्के गर्म Olive oil या Coconut oil से मसाज करें। बालों की जड़ों में तेल की अच्छे से मसाज रात को सोने पहले ही कर लेना चाहिए। इससे न सिर्फ बालों की जड़े मजबूत होती है बल्कि बाल shine भी करने लगती है।
बार-बार बालो को अलग chemical लगाकर रंग बदलने का प्रयास न करे। हेयर स्ट्राइटनिंग करने से बचे। इनसे बालो को नुकसान पहुचता है।
ज्यादा समय तक कड़क धुप में रहने से बचे। धूल-मिटटी और बारिश के पानी से बालो का बचाव करे।
बालों का सीधा संबंध पेट से होता है। यदि पाचन तंत्र और हाजमा ठीक नहीं है तो बालों की जड़ें कमजोर होंगी लगातार कब्ज रहने से hair follicles कमजोर हो जाते है बाल टूटने व झडऩे लगते हैं। इसलिए अपने खान-पान और हाजमे को हमेशा ठीक रखें।
बालो के असमय झड़ने / Hair Loss के कारण जो युवा परेशान है वह Hair Transplant भी करा सकते है। Hair Transplant एक सरल और गंजेपन से छुटकारा पाने का permanent इलाज है।
चाय, कॉफी, पान-तंबाकू, मिर्च-मसाले आदि नशीले पदार्थों से दूर ही रहें।
नियमित व्यायाम करे। रोजाना व्यायाम करने से शरीर में रक्त प्रवाह ठीक से होता है और आप निरोगी रहते है।
Hair Transplant is the best solution for the problem of hair fall. It helps to restore the hair fast and effectively. Get the best quality hair transplant by visiting Focus hair transplant centre.
ReplyDeleteGreat! Keep sharing. Get quality outcomes of the FUT Hair Transplant in India from Metro Hair Transplant if you are facing baldness. Thanks a lot.
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