Monday, 11 April 2016

How to avoid Gastric problem | पेट के गैस से बचने के अच्छे सुझाव

कैसे बचें पेट की गैस की समस्या से :



 पेट की गैस की समस्या आज कल हर उम्र के लोगों में बहुत ही आम है। गैस केवल पेट में ही नहीं रहती है बल्कि यह पूरे शरीर में घूमती रहती है यहां तक की सीने तक भी पहुंच जाती है।

Gastric symptoms  गैस के लक्षण : 
पेट फूलना: पेट का फूलना गैस की वजह से हो सकता है या बड़ी आंत का कैंसर या हार्निया भी इसका कारण बन सकता है। ज्यादा वसायुक्त भोजन करने से पेट देर से खाली होता है। इससे भी पेट फूल जाता है और बेचैनी होती है।
पेट या छाती में दर्द: जब आंत में गैस मौजूद होती है, तब कुछ लोगों को पेट दर्द होता है। जब बड़ी आंत की बायीं ओर दर्द होता है, तो इससे हृदय रोग का भ्रम होता है, लेकिन जब दर्द दायीं ओर होता है, तो यह एपेन्डिक्स हो सकता है।
डकार का आना : जब कोई व्यक्ति खाने के दौरान या बाद में डकार लेता है तो इसका अर्थ है कि उसने खाने के साथ ज्यादा मात्रा में हवा निगल ली है।

गैस के पेट में बनने के कारण : 
1.  अनपचे भोजन के टूटने से कई खाने वाले पदार्थों में शुगर, स्टार्च और रेशे पाए जाते हैं। शरीर कुछ कार्बोहाइड्रेट को न तो पचा पाता है और न ही अवशोषित कर पाता है। छोटी आंत में कुछ निश्चित एंजाइमों की कमी या अनुपस्थिति से इनका पाचन क्रिया संभव नहीं हो पाती। यह अनपचा भोजन छोटी आंत में से बड़ी आंत में जाता है, जहां बैक्टीरिया इस भोजन को तोड़ते हैं, इससे हाइड्रोजन, कार्बन डाईऑक्साइड और एक तिहाई लोगों में मिथेन निकलती है। उम्र बढ़ने के साथ शरीर में एंजाइम का स्तर कम हो जाता है, इसलिए गैस की समस्या ज्यादा बढ़ जाती है।

2. लाइफस्टाइल व दिनचर्या
आपकी गैस बताती है कि आप देर से सोना और सुबह देर से जागना, टेंशन रखना, खाने-पीने का टाइम फिक्स्ड न होना।

3. निगली गई हवा से
निगली गई हवा पेट में गैस बनने का सबसे प्रमुख कारण है। हर व्यक्ति द्वारा थोड़ी मात्रा में खाते समय और पीते समय हवा भी खाने-पीने की वस्तु के साथ निगल लेता है। जल्दी-जल्दी खाने या पीने, च्यूंगम चबाने, धूम्रपान करने से भी कुछ लोग ज्यादा हवा अंदर ले लेते हैं, जिनमें नाइट्रोजन, ऑक्सीजन और कार्बन डाई ऑक्साइड होती हैं। कुछ हवा डकार के द्वारा बाहर निकल जाती है, पर कुछ आंत में चली जाती है, बची हुई थोड़ी सी गैस यहां से बड़ी आंत में चली जाती है, जो गुदा मार्ग द्वारा बाहर निकलती है।

4. खानपान
अगर आपको गैस बन रही है तो आपका खानपान ठीक नहीं है। शराब पीने से, मिर्च-मसाला, तली-भुनी चीजें ज्यादा खाने से, बींस, राजमा, छोले, लोबिया, मोठ, उड़द की दाल, फास्ट फूड, ब्रेड और किसी-किसी को दूध या भूख से ज्यादा खाने से, खाने के साथ कोल्ड ड्रिंक लेने से, बासी खाना भी गैस का कारण बन सकता है।

5. बाकी वजहें
गैस आपके शरीर बारे में भी बताती है कि आपके लीवर में सूजन, गॉल ब्लेडर में स्टोन, फैटी लीवर, अल्सर या मोटापे से, डायबीटीज, अस्थमा या बच्चों के पेट में कीड़ों की वजह से, अक्सर पेनकिलर खाने से, कब्ज, अतिसार, खाना न पचने व उलटी की वजह से होती है ।


गैस की समस्या के घरेलु उपाय :
1. सौंफ
यह पाचन में मदद करती है. सौंफ खाने से पेट में दर्द, पेट के फूलने और गैस बनने से राहत मिलती है. अक्सर इसे चीनी के साथ मिला कर लिया जाता है. आप इसे गर्म पानी में उबाल कर भी ले सकते हैं.



2. नींबू का रस
एक नींबू निचोड़ें तथा इससे रस निकाल लें। इसमें आधा चम्मच बेकिंग सोडा तथा एक कप पानी मिश्रित करें। इसे तब तक हिलाएं जब तक बेकिंग सोडा पानी में अच्छे से ना घुल जाए।
इसे पी लें तथा गैस की समस्या से मुक्त हो जाएं। अगर आपको तुरंत राहत चाहिए तो बेकिंग सोडा का मिश्रण पानी में करें तथा सुबह इसका सेवन खाली पेट में करें।

3. पुदीना
माना जाता है कि खाने के साथ अगर नियमित रूप से धनिया पुदीना की चटनी ली जाए, तो पेट से जुड़ी बीमारियां दूर रहती हैं. पेट में दर्द होने पर जरूरी नहीं कि बाजार में मिलने वाली पुदीने की गोली ही ली जाए, ताजा पत्तियां पानी में उबाल कर भी पिया जा सकता है.

4. लहसुन
लहसुन भी गैस की समस्याओं को ठीक करने का एक बेहतरीन इलाज है। लहसुन को पीस लें तथा इसके साथ काली मिर्च के बीज, धनिया और जीरा मिश्रित करके उबाल लें।
इसे कुछ मिनट तक उबाल लें और फिर इससे रस निकाल लें। अब इस मिश्रण को कमरे के तापमान तक आने दें और इसके बाद इसे पी लें। इस मिश्रण का सेवन दिन में दो बार करने से आपको काफी बेहतर परिणाम मिलेगा।


5. अदरक
यह भी पाचन तंत्र के लिए लाभदायक है. भारतीय व्यंजनों में अदरक और लहसुन का मिश्रण भी इसीलिए इस्तेमाल किया जाता है कि पेट ठीक रहे. लेकिन गर्मियों में इन दोनों का ही कम इस्तेमाल करना चाहिए.

6. इलायची
पेट में दर्द हो तो मुंह में एक छोटी इलायची रख लें. इलायची सिर्फ स्वाद और खुशबू का ही काम नहीं करती, बल्कि बहुत असरदार दवा भी है.

7. दालचीनी
यह रसोई का एक बेहतरीन मसाला है. यह पेट को भी ठीक रखता है. इसके अलावा अजवायन को गर्म पानी के साथ लेने से भी फायदा मिलता है. गर्म पानी हर हाल में फायदेमंद होता है.

8. नारियल पानी
एसिडिटी के उपाय, नारियल पानी मे बहुत से विटामिन होते है जो की लाभकारी है। रोजाना नारियल पानी पीने की कोशिश करे।

9. हर्बल चाय
गैस का दर्द, पुदीने, रास्पबेरी, कैमोमाइल  और जामुन से बनी हर्बल चाय आपके हाजमे को दुरुस्त करने में काफी कारगर साबित होती है।
आप अब ऊपर बताये गए किसी भी स्वाद में से एक की हर्बल चाय बनाकर एक बार सुबह और एक बार शाम के समय सेवन करें। परन्तु हर्बल चाय का सेवन करते समय इसे ज़्यादा देर तक आंच पर ना चढ़ाएं, क्योंकि इससे इसके गुण नष्ट हो जाते हैं।

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