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Sunday, 10 April 2016

World Top Fastest Trains

विश्व की सबसे तेज चलने वाली ट्रैन :

1. शंघाई मैग्लेव


दुनिया का पहला व्यावसायिक उच्च गति चुंबकीय उत्तोलित ट्रेन 2004 में चीन के शंघाई शुरू हुई।  ट्रैन लाइन शंघाई के पुडोंग हवाई अड्डे और लोंग्यांग लू मेट्रो स्टेशन के बीच है ।

यह अद्भुत ट्रेन प्रति घंटे (270 मील प्रति घंटा) 431 किलोमीटर की शीर्ष गति से चलती  है। 30 किमी (18.75 मील) यात्रा को पूरा करने के लिए कम से कम 8 मिनट लगते हैं। मैग्लेव ट्रेनों पर एक तरह के टिकट आरएमबी 50 (USD $ 7.00) .

12 नवंबर 2003 को एक परीक्षण चलाने के दौरान, मैग्लेव ने 501 किमी / घंटा (311 मील प्रति घंटे) के एक चीनी गति के रिकॉर्ड  को हासिल किया ।


2. हारमनी CRH 380A

चीन रेलवे हारमनी सीआरएच 380A दूसरी सबसे तेजी से दुनिया में ऑपरेटिंग ट्रेन सेवा है। इस इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट ट्रेन वाणिज्यिक सेवा में 380 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम गति से यात्रा कर सकते हैं। लेकिन यह प्रारंभिक परीक्षण के दौरान 416.6 किलोमीटर प्रति घंटे की एक रिकार्ड गति हांसिल कर चुकी है। चीन रेलवे ने सीआरएच 380A  को अक्टूबर 2010 में शंघाई और  नानजिंग रोड के बीच शुरू किया ।

सीआरएच 380A ट्रेन एक समय में 494 यात्रियों को ले जाने सकती है। प्रत्येक यात्री को  पढ़ने का लैंप, पावर  पोर्ट  और एक इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले की सुविधा उपलब्ध होती है ।  सीआरएच 380A में एक  स्टाफ यात्रियों के लिए भोजन और पेय की सेवा के लिए होता है ।


3. AGV इटालो को यूरोप की सबसे तेज ट्रेन भी कहा जाता है। इसकी स्पीड 360 किलोमीटर प्रतिघंटा है। अप्रैल 2007 में इस ट्रेन को शुरु किया गया था।

4. टलगो 350 स्पेन की ट्रेन है जो 350 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलती है। यह ट्रेन काफी सुविधाएं भी यात्रियों को देती है।

5. SNCF TGV Duplex फ्रांस की सबसे तेज रेलगाड़ी है। इसकी गति भी 320 किलीमीटर प्रतिघंटा है। इसे दिसंबर 2011 में शुरु किया गया था।

6. ETR 500 Frecciarossa Train इटली की हाईस्पीड ट्रेन है। इसकी मेक्सीमम स्पीड भी 300 किलोमीटर प्रतिघंटा है। रोम से मिलन तक यह ट्रेन मात्र 2 घंटे 40 मिनट में तय करती है।

7. THSR 700T ताइवान की हाईस्पीड ट्रेन है। 5 जनवरी 2007 को इस ट्रेन के सेवाएं शुरु की गई थीं। इसकी टॉप स्पीड 300 किलीमोटर प्रतिघंटा है।

Thursday, 25 February 2016

ISI इस्लामिक स्टेट ऑफ़ ईराक़ क्या है ?


इस्लामिक स्टेट ऑफ़ ईराक़ एक सुन्नी आतंकवादी संगठन है।  इसका उद्देश्य इराक के सुन्नी बहुमत क्षेत्रों में एक इस्लामी राज्य की स्थापना करना था। इसकी स्थापना 15 अक्टूबर 2006 को इराक के कुछ विद्रोही संगठनों के विलयन से हुई थी।



आईएस अपनी खिलाफत स्थापित करने का उद्देश्य रखता है, एक ऐसी जगह बनाना चाहता है जहां इस्लाम की उसकी बनाई परिभाषा चलेगी और शरिया कानून लागू होगा. सीरिया और इराक में अस्थिरता के कारण आईएस इन दोनों देशों के कुछ इलाकों पर कब्जा करने में कामयाब हो पाया है.

आईएस की बर्बरता इसकी सबसे बड़ी पहचान बन गयी है. मासूम लोगों और अपने दुश्मनों को डराने की खातिर इस्लामिक स्टेट ने कई लोगों के सर कलम किए हैं. जिन इलाकों में आईएस का कब्जा है वहां इसी की हुकूमत चलती है.

हाल ही में नाइजीरिया में सक्रिय आतंकवादी संगठन बोको हराम ने आईएस के लिए अपना समर्थन जाहिर किया. वहीं अल कायदा खुद को इससे अलग मानता है.
अल कायदा की शाखा जभात अल नुसरा आईएस के खिलाफ है. इन संगठनों के बीच प्रतिस्पर्धा है कि कौन किससे ज्यादा खूंखार है. बोको हराम के नाम 13,000 जानें हैं, तो आईएस 24,000 लोगों को मारने या घायल करने के लिए जिम्मेदार है.

अलग अलग देशों से 20,000 से ज्यादा लोग आईएस के साथ जुड़ चुके हैं. आईसीएसआर की रिपोर्ट के अनुसार इनमें से 4,000 से ज्यादा पश्चिमी यूरोप और उत्तरी अमेरिका से हैं. स्वीडन और बेल्जियम जैसे छोटे देशों से भी लोग इस्लामिक स्टेट का साथ देने पहुंच रहे हैं.

अगस्त 2014 से अमेरिका सीरिया और इराक में इस्लामिक स्टेट के ठिकानों पर हवाई हमले कर रहा है. सीरिया में अब तक 1,422 और इराक में 2,242 हमले किए जा चुके हैं. वहीं जर्मनी सीरिया से लौटे 30 कथित आतंकवादियों पर मुकदमा चलाने जा रहा है.

सीरिया और इराक के कुछ हिस्सों पर कब्जा करने वाले इस आतंकी गुट ने 29 जून 2014 को खिलाफत का एलान किया. तब से अब तक संगठन ने अपनी संख्या बढ़ाने में बड़ी कामयाबी पाई है. रिपोर्टों के मुताबिक 2011 से अब तक आईएस में 90 देशों से 20,000 से ज्यादा लोग भर्ती हुए हैं

सीरिया में कई महत्वपूर्ण ऐतिहासिक जगहों को आईएस ने भारी नुकसान पहुंचाया है. ऐतिहासिक इमारतों और संग्रहालयों में लूटपाट की घटनाएं सामने आई हैं. आईएस ने इनसे मिली रकम का इस्तेमाल खुद को मजबूत करने में किया है.

यह आतंकवादी संगठन आधुनिक दौर में तकनीक की अहमियत समझता है. अपने प्रचार के लिए ये आतंकी गुट सोशल मीडिया का भी इस्तेमाल करता है. अपने वीडियो बनाने में ये संगीत, एक्शन सीन इत्यादि का इस्तेमाल कर रिलीज करते हैं, जिससे और लोगों को अपने साथ जुड़ने के लिए प्रेरित कर सकें.

आईएस के पास इतना पैसा है कि वह अपनी आतंकवादी गतिविधियों को आराम से अंजाम दे रहा है. उसने डोनेशन पाने का अपने लिए एक मजबूत तंत्र भी विकसित कर लिया है. आतंकी संगठन धन जुटाने के लिए बंधक बनाता है और ब्लैकमेल भी करता है. कई छोटी बड़ी कंपनियां भी इसका निशाना बनी हैं.

Saturday, 7 November 2015

The World’s Most Powerful People 2015

Forbes Releases The World’s Most Powerful People 2015 along with their designations:



1. Vladimir Putin, President of Russia

2. Angela Merkel, Chancellor Of Germany

3. Barack Obama, US President

4. Pope Francis, Pope of Roman Catholic Church

5. Xi Jinping, General Secretary of Communist Party of China

6. Bill Gates, Co-Founder of Microsoft, and Bill & Melinda Gates Foundation

7. Janet Yellen, Chairperson of Federal Reserve System

8. David Cameron, Prime Minister of UK

9. Narendra Modi, Prime Minister of India

10. Larry Page, Co-founder of Google Inc.

11. Mario Draghi, President of European Central Bank

12. Li Keqiang, Premier of The People’s Republic of China

13. Warren Buffett, Chairman and CEO of Berkshire Hathaway

14. Salman bin Abdulaziz Al Saud, King of Saudi Arabia

15. Carlos Slim Helu, Chairman and CEO of America Movil, Telmex, and Grupo Carso

16. Francois Hollande, President of France

17. Jeff Bezos, Founder and CEO of Amazon.com

18. Ali Hoseini-Khamenei, Supreme Leader of Iran

19. Mark Zuckerberg, Co-founder of Facebook

20. Jamie Dimon, Chairman, President, and CEO of JPMorgan Chase

21. Benjamin Netanyahu, Prime Minister of Israel

22. Jack Ma, Founder and Chairman of Alibaba Group

23. Christine Lagarde, Managing Director of International Monetary Fund (IMF)

24. Jeffrey Immelt, Chairman and CEO of General Electric

25. Rex Tillerson, Chairman and CEO of Exxon Mobil Corp.

26. Lloyd Blankfein, Chairman and CEO of Goldman Sachs

27. Tim Cook, CEO of Apple

28. Akio Toyoda, President and CEO of Toyota Motor Corp.

29. Charles Koch, Co-owner, Chairman and CEO of Koch Industries and David Koch, Vice President of Koch Industries

30. Sergey Brin, Co-founder of Google Inc.

31. Li Ka-shing, Chairman of Cheung Kong Holdings, Hutchison Whampoa Ltd, and Li Ka Shing Foundation

32. Doug McMillon, President and CEO of Walmart

33. Jay Y. Lee, Vice Chairman of Samsung Electronics

34. Larry Fink, Chairman and CEO of BlackRock

35. Rupert Murdoch, Executive Chairman of News Corp.

36. Mukesh Ambani, Chairman of Reliance Industries

37. Dilma Rousseff, President of Brazil

38. Elon Musk, Founder of Space Exploration Technologies Corp. (SpaceX)

39. Khalifa bin Zayed Al-Nahyan, President of United Aram Emirates

40. Ban Ki-moon, General Secretary of United Nations

41. Shinzo Abe, Prime Minister of Japan

42. Ding Xuedong, Chairman and CEO of China Investment Corp.

43. Park Geun-hye, President of South Korea

44. Michael Bloomberg, Founder, CEO and owner of Bloomberg L.P.

45. Jim Yong Kim, President of World Bank Group

46. Kim Jong-un, Supreme Leader of North Korea

47. Igor Sechin, Executive Chairman of Rosneft.

48. Ma Huateng, Founder and Chairman of Tencent

49. Abdel el-Sisi, President of Egypt

50. Haruhiko Kuroda, Governor of Bank of Japan

51. Masayoshi Son, Founder of CEO of SoftBank

52. Enrique Pena Nieto, President of Mexico

53. Ali Al-Naimi, Minister of Petroleum and Mineral Resources of Saudi Arabia

54. Alexey Miller, Deputy Chairman of Gazprom

55. Lakshmi Mittal, Chairman and CEO of ArcelorMittal

56. Robin Li, Co-founder, Chairman and CEO of Baidu Inc.

57. Abu Bakr al-Baghdadi, Leader of Islamic State of Iraq and Syria (ISIS)

58. Hillary Clinton, Presidential candidate of 2016 US election

59. Michael Dell, Founder, Chairman and CEO of Dell

60. John Roberts, Chief Justice of United States

61. Satya Nadella, CEO of Microsoft

62. Stephen Schwarzman, Co-founder, Chairman and CEO of The Blackstone Group

63. Ginni Rometty, Chairman, President and CEO of IBM

64. Bill Clinton, Former US President and Founder of Clinton Foundation

65. Mary Barra, CEO of General Motors

Sunday, 1 November 2015

दुनिया के अजूबे

दुनिया के अजूबे ऐसे अद्भुत प्राकृतिक और मानव निर्मित कृतियों का संकलन है, जो मनुष्य को आश्चर्यचकित करती हैं।

प्राचीन दुनिया के सात अजूबे :
(world 7 wonders)
  1. गीज़ा के पिरामिड
  2. बेबीलोन के झूलते बाग़
  3. ओलम्पिया में जियस की मू्र्ति
  4. माउसोलस का मकबरा
  5. अर्टेमिस का मन्दिर
  6. रोडेस कि विशालमूर्ति
  7. ऐलेक्जेन्ड्रिया का रोशनीघर


  1. गीज़ा के पिरामिड (Great Pyramid of Giza) :  
दुनिया के सात प्राचीन आश्चर्यों में शेष यही एकमात्र ऐसा स्मारक है जिसे काल प्रवाह भी खत्म नहीं कर सका।कहा जाता है कि मिस्र के पिरामिड वहां के तत्कालीन सम्राट (फैरो) गणों के लिए बनाए गए स्मारक स्थल हैं, जिनमें राजाओं के शवों को दफना कर सुरक्षित रखा गया है। इन शवों को ममी कहा जाता है। 
उनके शवों के साथ खाद्य अन्न, पेय पदार्थ, वस्त्र, गहनें, बर्तन, वाद्य यंत्र, हथियार, जानवर एवं कभी-कभी तो सेवक-सेविकाओं को भी दफना दिया जाता था।
                      

गिज़ा का सबसे बड़ा पिरामिड 146 मीटर उँचा था। ऊपर का 10 मीटर अब गिर चुका है। उसका आधार क़रीब 54 या 55 हज़ार मीटर का है। अनुमान है कि 3200 ईसा पूर्व उसे बनाया गया था।

2. बेबीलोन के झूलते बाग(Hanging Gardens of Babylon):

बेबीलोन के झूलते बाग़ 'सेमीरामीस के झूलते बाग़' नाम से भी जाने जाते हैं। प्राचीन विश्व के सात अजूबों में से यह एक है। यह आज के इराकी नगर 'अल-हिल्लह' के निकट स्थित था। इस उद्यान का निर्माण 'नबूचड्नेजार द्वितीय' ने ईसा से छ: सौ वर्ष पूर्व करवाया था। किवदंती के अनुसार यह माना जाता है कि इस उद्यान का निर्माण राजा नबूचड्नेजार ने अपनी पत्नी को प्रसन्न करने के लिये किया था। ईसा से दो शताब्दी पूर्व एक भूकंप मे यह उद्यान पूर्ण रूप से नष्ट हो गया था।

3. ओलम्पिया में जियस की मू्र्ति ( Statue of Zeus at Olympia.):

जियस की मूर्ति का निर्माण यूनानी मूर्तीकार फ़िडी्यास ने ईसा से 432 साल पहले किया था। इस मूर्ती को यूनान के ओलम्पिया मे स्थित जियस के मंदिर मे स्थापित किया गया था। इस मूर्ती मे जियस को बैठे हुई अवस्था मे दिखाया गया है। मूर्ती की उंचाई 12 मीटर थी।

4. माउसोलस का मकबरा(तुर्की)(Mausoleum at Halicarnassus)

हैलिकारनेसस में बनी यह इमारत 150 फीट ऊंची है और एक मकबरे की आकृति में है. 623 ईसा पूर्व इस इमारत की रचना की गई थी. मौसोलस (Mausolus) नामक शासक के द्वारा बनवाई गई इस इमारत को उसके याद के रुप में जाना जाता है.

5. अर्टेमिस का मन्दिर(Temple of Artemis at Ephesus):

अर्टेमिस का मन्दिर जिसे डाईना के मन्दिर भी कहॉ जाता है एक यूनानी मन्दिर और प्राचीन विश्व का सात आश्चर्यो मे से एक है। यह आज के तूर्की मे स्थित था।
अर्टेमिस का मन्दिर अर्टेमिस का मन्दिर जिसे डाईना के मन्दिर भी कहॉ जाता है एक यूनानी मन्दिर और प्राचीन विश्व का सात आश्चर्यो मे से एक है। यह आज के तूर्की मे स्थित था।
6. रोडेस कि विशालमूर्ति( Colossus of Rhodes) :

रोडेस कि विशालमूर्ति यूनानी द्विप रोडेस पर यूनानी देवता हेलियोस की एक विशाल मूर्ती है. ग्रीस (यूनान) की एक और वास्तु कला को विश्व के सात अजूबो में गिना जाता था।  रोड्‌स के कोलोसस की मूर्ति करीब 300 ईसा पूर्व निर्मित हुई थी। यह राजा रोड्‌स की साइप्रस के राजा पर मिली जीत की खुशी में बनाई गई थी। नष्ट होने से पहले इस मूर्ति की ऊंचाई लगभग 30 मीटर थी जो इसे विश्व की सबसे बड़ी इमारत बनाती थी। 226 ईसा पूर्व में एक भूकंप की वजह से यह इमारत भी इतिहास में दफन हो गई।

7. ऐलेक्जेन्ड्रिया का रोशनीघर(Lighthouse of Alexandria):

मिस्त्र में दुनियां का एक और अजूबा पाया जाता था और वह था सिकन्दरिया का प्रकाश स्तम्भ। समुद्री नाविकों को राह दिखाने के लिए इस प्रकाश स्तंभ का निर्माण एक छोटे से आइलैंड फराओ पर किया गया था। इसका निर्माण 280 ईस्वी पूर्व से 247 ईस्वी पूर्व के मध्य में हुआ था। यह प्राचीन विशव के अजूबों में तीसरी सबसे बड़ी संरचना थी जिसकी ऊँँचाई 393 से 450 फ़ीट के बीच मानी जाती है। 956 से 1323 के मध्य आए तीन बड़े भूकम्पों से यह इमारत बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी। इस लाइट हाउस के पत्थरों का 15 वि शताब्दी में इसी जगह बने सिटाडेल ऑफ़ कैतबय (Citadel of Qaitbay) में इस्तेमाल कर लिया गया था। 1994 में फ़्रांस के विशेषज्ञों ने इस लाइट हाउस के अवशेषों की खोज की थी।




दुनिया के नए सात अजूबे :
  1. ताजमहल
  2. चीचेन इट्ज़ा
  3. क्राइस्ट द रिडीमर की प्रतिमा
  4. कोलोसियम
  5. चीन की विशाल दीवार
  6. माचू पिच्चू
  7. पेत्रा